SSID क्या है? – SSID Full Form in Hindi

SSID क्या है – SSID Full Form Hello दोस्तों, इस पोस्ट में आपको SSID full form in hindi के बारे में जानने वाले है, यदि आप इन सवालों का जवाब हिंदी में जानना चाहते हैं तो इस पोस्ट में SSID की पूरी जानकारी शेयर की गई है। सभी सवालों का जवाब जानने इस से जुड़ी अन्य जानकारी प्राप्त करने और इसके advantage और disadvantage पर भी एक नजर डालेंगे पूरी जानकारी के लिए पोस्ट को अंत तक पढ़े:

SSID Full Form 

SSID का Full Form “Service Set Identifier” होता है। इसे हिंदी भाषा के उच्चारण में “सर्विस सेट आइडेंटिफ़ायर” कहते है।

SSID क्या है?

SSID एक Sequence of character है जो की मुख्य रूप एक वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क (WLAN) को Unique नाम देता है। सर्विस सेट आइडेंटिफ़ायर का उपयोग किसी भी 802.11 वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क (WLAN) की पहचान करने के लिए किया जाता है। खासतौर पर इसका उपयोग ग्राहकों द्वारा विशेष वायरलेस नेटवर्क की पहचान करने और उससे जुड़ने के लिए भी किया जाता है। SSID को कभी-कभी “नेटवर्क नाम”(Network name) कहा जाता है। यह नाम स्टेशनों को वांछित नेटवर्क (desired network) से कनेक्ट करने की अनुमति देता है जब एक ही भौतिक क्षेत्र में कई स्वतंत्र नेटवर्क संचालित होते हैं। एक सर्विस सेट आइडेंटिफ़ायर (एसएसआईडी) प्रत्येक ईएसएस को दिया गया 1-32 बाइट अल्फ़ान्यूमेरिक नाम है। यह एक 32-character string होता है जो की case-sensitive होता है और इसमें letters, numbers, symbols, punctuation marks और blank space भी हो सकता है।

एसएसआईडी (SSID) के प्रकार

Hidden (छिपा हुआ) – इस से यही आप समझ सकते है की, यह सभी clients के लिए visible नहीं होगा। इसे केवल वही उपयोगकर्ता उपयोग कर सकता है जो सटीक SSID के बारे में जानता है, और वही उस वायरलेस नेटवर्क पर जा सकता है।
Broadcasted (प्रसारित) – इस SSID को नेटवर्क पर प्रसारित किया जाता है। इस network को कोई भी ढूंढ सकता है और आगे बढ़ सकता है। इसी लिए इसे प्रसारित कहते है।

इसकी विशेषताएं :

  • SSID एक नेटवर्क को दूसरे नेटवर्क से (differentiate) अलग करने में मदद करता है।
  • एक SSID को 2.4GHz या 5GHz में प्रसारित (broadcast) किया जा सकता है।
  • प्रत्येक SSID के पास अपनी सुरक्षा (security) हो सकती है या तो open (WEP, WPA, WPA2, etc) के साथ अपनी सुरक्षा हो सकती है।
  • एक guest एसएसआईडी users को इंटरनेट से कनेक्ट करने की अनुमति दे सकता है लेकिन अन्य स्थानीय उपकरणों या इंट्रानेट जैसी सुविधाओं से नहीं देता है।
  • SSID वर्चुअल लैन (VLAN) के अनुरूप हो सकता है ताकि यातायात को विभाजित किया जा सके या विभिन्न सुविधाएं या पहुंच स्तर प्रदान किया जा सके।

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Advantage:

  • SSID, WLAN को एक दूसरे से differentiate करने में मदद करता है।
  • जब कभी भी बड़ी मात्रा में डेटा नेटवर्क में यात्रा करता है, तो उसके lost होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे मामलों में, यह सुनिश्चित करता है कि भेजा जा रहा डेटा सही स्थान पर पहुंचे।
  • एक single Access point एक ही समय में कई एसएसआईडी प्रसारित कर सकता है।
  • यदि WLAN का SSID दोनों एक समान है, तो ऐसे में रोमिंग efficient हो जाती है।
  • उपकरणों के बीच कनेक्शन स्थापित करते समय, SSID सुरक्षा प्रदान करता है।

Disadvantage:

  • इन्टरनेटपर ऐसे कई network sniffing tools उपलब्ध हैं जिसके माध्यम से कोई भी हैकर आपके एसएसआईडी को ढूंढ सकता है या पता लगा सकता है, भले ही आप SSID को broadcast न कर रहे हों।
  • बहुत से लोग travel password का उपयोग करते हैं जबकि एन्क्रिप्शन मजबूत होता है।
  • travel password के जरिए नेटवर्क एक्सेस करना आसान हो जाता है।
  • SSID में सार्वजनिक रूप से दिखाई देने वाले या कोडित संदेश (Coded message) होते हैं।

Conclusion:

इस post के माध्यम से हमारा एक ही मकशद था की, लोगों को SSID और इससे जुड़ी सारी महत्वपूर्ण जानकारी हमारे इस article से मिले। हम उम्मीद करते है की आपको इस article को पढ़ कर के सही से चीजों की जानकारी मिली होगी। आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों और अन्य लोगों में भी शेयर कर सकते है, ताकि इसके बारे में सभी को जानकारी मिल पाए।